पीयूष गोयल ने उत्तर मुंबई में आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए किया विशेष अभियान शुरू, बोले उत्तर मुंबई को उत्तम मुंबई बनाना है

मुंबई। दुनिया की सबसे बड़ी बीमा योजना के रूप में आयुष्मान भारत योजना को जाना जाता है। देश के 40 प्रतिशत गरीब लोगों को हर साल 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की इसमें सुविधा दी गई है। उत्तर मुंबई में आयुष्मान भारत योजना का 40 हजार से अधिक नागरिकों ने लाभ लिया है। साथ ही उत्तर मुंबई से इस योजना को भरपूर प्रतिसाद मिल रहा है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री तथा उत्तर मुंबई के सांसद पीयूष गोयल के प्रयासों को इसमें सफलता मिली है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आयुष्मान भारत योजना का लाभ सभी गरीब जनता तक पहुंचे, इसके लिए विशेष अभियान शुरू किया है।

आयुष्मान योजना का लाभ 40 हजार से अधिक नागरिकों ने लिया

पीयूष गोयल ने बताया कि उत्तर मुंबई में आयुष्मान भारत योजना का लाभ 40 हजार से अधिक नागरिकों ने लिया है और प्रतिदिन पंजीकरण भी जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस योजना की घोषणा के बाद उत्तर मुंबई की गरीब जनता को इस योजना का पूरा लाभ मिले, इसके लिए विशेष प्रयास जारी हैं। मुंबई के उत्तर विभाग (जैसे दहिसर, बोरीवली, कांदिवली और मालाड) में विभिन्न सामाजिक-आर्थिक स्तर के लोग रहते हैं। इन क्षेत्रों में गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की संख्या उल्लेखनीय है।

उत्तर मुंबई के सांसद ने आह्वान करते हुए कहा कि कोई भी गरीब व्यक्ति इलाज के अभाव में मृत्यु का शिकार न हो, इसके लिए आयुष्मान भारत योजना का लाभ सभी को लेना चाहिए और अपने स्वास्थ्य की रक्षा करनी चाहिए।

उत्तर मुंबई को उत्तम मुंबई बनाना है

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल बताया कि कांदिवली पश्चिम की एस.वी. रोड स्थित बालासिनोर, 56 के लोककल्याण कार्यालय में खासदार सुविधा केंद्र बनवा दिया है जिससे लोग सुबह 9 से शाम 6:30 बजे तक कभी भी आकर मुफ्त आयुष्मान भारत कार्ड तथा अन्य योजनाओं के कार्ड बनवा सकते हैं। उनहोंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के कार्ड का लाभ सभी को उठाना चाहिए और ग़रीबों की जान बचाने के लिए उत्तर मुंबई भाजपा के कार्यकर्ताओं ने खुद को पूरी तरह समर्पित कर दिया है। ‘उत्तर मुंबई को उत्तम मुंबई बनाना है, तो नागरिकों का स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिए’।

आयुष्मान कार्ड के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?

आयुष्मान भारत योजना का कार्ड बनवाने के लिए राशन कार्ड और आधार कार्ड की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही आधार कार्ड से मोबाइल लिंक होना जरूरी है।

1356 बीमारियों का होता है इलाज

आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 1356 प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता है। इन उपचारों के लिए आवश्यक खर्च सरकार वहन करती है। सभी गंभीर बीमारियों का इलाज इस योजना के माध्यम से किया जाता है।

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