Pradeep Sardana: वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार और फिल्म समीक्षक प्रदीप सरदाना को ‘अभ्युदय अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक सम्मान’

वरिष्ठ लेखक, पत्रकार, कवि और फिल्म समीक्षक प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) को प्रतिष्ठित ‘अभ्युदय अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। हिन्दी भवन, दिल्ली में रविवार को आयोजित अंतरराष्ट्रीय साहित्योत्सव के दौरान प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) को यह सम्मान प्रसिद्द कथाकार चित्रा मुद्गल और देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र एवं पूर्व सांसद सुनील शास्त्री ने प्रदान किया। इस अवसर पर ‘अभ्युदय’ की अध्यक्ष इन्दु झुनझुनवाला सहित देश-विदेश से आयीं साहित्यिक दुनिया की कई हस्तियाँ मौजूद थीं।
समारोह में जहां प्रसिद्द शिक्षाविद पूरन चंद टंडन को भी अभ्युदय सम्मान से पुरस्कृत किया गया। वहाँ प्रो देवेन्द्र चौबे, रश्मि चौबे, संजीव शर्मा, सविता उपाध्याय, प्रो नवीन चंद लोहानी, राम आश्रय गोयल, वीणा अग्रवाल और उमंग सरीन को भी संस्था ने सम्मानित किया।
समारोह में देश विदेश से आई कई साहत्यिक हस्तियों में मृदुल कीर्ति, शैल अग्रवाल, चन्दा प्रह्लादका, प्रेम तन्मय, अमर नाथ अमर, यशपाल सिंह, सुषमा सिंह और प्रियंका कटारिया जैसे नाम भी हैं। समारोह में कुछ पुस्तकों का भी विमोचन किया गया।
प्रदीप सरदाना भारत के सबसे कम उम्र के संपादक-प्रकाशक हैं
बरसों से देश के लगभग सभी बड़े और प्रतिष्ठित प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक और डिजिटल मीडिया संस्थानों से जुड़े प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) जहां कला एवं फिल्म समीक्षक के रूप में विख्यात हैं। वहाँ साहित्य, राजनीति, शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार, परिवहन, पर्यटन, कृषि, धर्म, आध्यात्म और सम सामयिक विषयों पर भी उनका लेखन सुर्खियों में रहता है। मात्र 14 बरस की आयु में लेखन पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) भारत के सबसे कम उम्र के संपादक-प्रकाशक भी हैं।
डॉ हरिवंश राय बच्चन के शिष्य रहे हैं प्रदीप सरदाना
महान कवि और लेखक डॉ हरिवंश राय बच्चन के शिष्य प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) ने जहां इस बरस गणतन्त्र दिवस पर प्रसारित ‘आकाशवाणी’ के प्रतिष्ठित सर्वभाषा कवि सम्मेलन में भी कविता पाठ किया। वहाँ श्री सरदाना (Pradeep Sardana) की कहानी विश्व की चुनिन्दा कहानियों पर बने दूरदर्शन धारावाहिक ‘झरोखा’ में सन 1993 में प्रसारित हो चुकी है। जिसमें विश्व के महान कहानीकार चेखव, जेफरी आर्चर, मार्क ट्विन, मोपासां, कैथरीन मैंसफील्ड और जयशंकर प्रसाद की कहानियाँ थीं।
पिछले 3 माह में मिले 4 पुरस्कार
इस अवसर पर श्री प्रदीप सरदाना (Pradeep Sardana) ने कहा- ‘’सम्मान-पुरस्कार सदा एक नयी ऊर्जा और उत्साह देते हैं। अभ्युदय जैसी अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संस्था से पुरस्कार मिलना निश्चय ही सुखद है। इधर पिछले तीन महीने में मुंबई हिन्दी अकादमी, आकाशवाणी सम्मान और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय सम्मान के बाद अब यह अभ्युदय सम्मान मिलने से अभिभूत हूँ।‘’