IFFI 2024: गोवा फिल्म समारोह में इस बार युवाओं और महिलाओं का बोलबाला, 20 नवंबर से शुरू हो रहे फिल्मों के महाकुंभ में क्या क्या है खास, जानिए
- प्रदीप सरदाना
वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक
प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी गोवा में 20 से 28 नवंबर के दौरान ‘भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह’ (IFFI 2024) का आयोजन होने जा रहा है। इस 55 वें फिल्म समारोह (IFFI 55) में क्या क्या खास होगा इस पर दुनियाभर के फ़िल्मकारों की निगाहें टिकी हैं। समारोह का आयोजन सूचना प्रसारण मंत्रालय, राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम और गोवा सरकार मिलकर कर रहे हैं।
पिछले 40 बरसों से अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह को देख रहा हूँ
यूं तो इसके आयोजन को बेहतर बनाने के लिए पूर्व वर्षों में भी कई अच्छे प्रयास किए गए। इधर अब कुछ ऐसी संभावनाएं झलक रही हैं कि यह आयोजन कुछ और भी खास रहेगा। मैं भारतीय राष्ट्रीय फिल्म समारोह (IFFI) को पिछले 40 बरसों से देख रहा हूँ। लेकिन इस बार कुछ खास और बड़े बदलाव किए जा रहे हैं।
IFFI 2024 में क्या नए बदलाव दिखेंगे
सबसे खास बात यह है कि सूचना प्रसारण मंत्रालय ने इस फिल्म महोत्सव का निदेशक इस बार किसी सरकारी पदाधिकारी को न बनाकर प्रसिद्द फ़िल्मकार शेखर कपूर (Shekhar Kapoor) को बनाया है। इससे इस फिल्म समारोह (Goa Film Festival) को वह अपने एक फ़िल्मकार के नज़रिये से संवार सकेंगे। साथ ही समारोह में युवा प्रतिभाओं और उनके कार्य को भी इस बार काफी महत्व दिया जा रहा है।
इस बार फिल्म समारोह की थीम भी ‘युवा फिल्म निर्माता-भविष्य अब है’ रखी गयी है। जिससे युवा फ़िल्मकारों की रचनात्मकता और उनके सपनों को नए पंख मिल सकें।
उधर इफ़्फ़ी 2024 (IFFI 2024) से युवा निर्देशकों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ भारतीय नवोदित निर्देशक’’ नाम से एक नए पुरस्कार का भी आरंभ किया जा रहा है। जिसमें समारोह के अंत में, किसी नवोदित भारतीय निर्देशक को उसकी फिल्म के लिए 5 लाख रुपए और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
फिल्म समारोह को फिल्म उद्योग को सौंपने की नयी परंपरा
सूचना प्रसारण सचिव संजय जाजू (Sanjay Jaju) बताते हैं-‘’इस वर्ष का समारोह (Goa Film Festival 2024) फिल्म उद्योग के नेतृत्व में, फिल्म उद्योग का अपना शानदार उत्सव बन सके, इस बात का हमने विशेष ध्यान रखा है। शेखर कपूर (Shekhar Kapoor) को समारोह का निदेशक बनाकर, फिल्म समारोह के इतिहास में हमने पहली बार फिल्म समारोह को फिल्म उद्योग को सौंपने की नयी परंपरा शुरू की है। फिर यह समारोह फ़िल्मकारों के साथ फिल्म प्रेमियों दोनों का भी आकर्षण बन सके, हमने इसे इस ढंग से तैयार किया है।‘’
समारोह में 81 देशों की 180 से अधिक फिल्में
उधर जहां तक समारोह (IFFI 2024) में फिल्मों के प्रदर्शन की बात है। इस बार समारोह में 81 देशों की 180 से अधिक फिल्मों का प्रदर्शन होगा। जिनमें 15 फिल्मों के वर्ल्ड प्रीमियर, 3 इंटरनेशनल प्रीमियर, 40 एशियन प्रीमियर और भारत की 106 फिल्मों के प्रीमियर होंगे। इस बार एक खास बात यह भी है कि इस अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में महिलाओं के सशक्तिकरण और फिल्मों में महिलाओं के बढ़ते योगदान को भी साफ देखा जा सकेगा। यह पहला मौका होगा कि समारोह में प्रदर्शित कुल 180 फिल्मों में से 47 फिल्मों की निर्देशक महिलाएं हैं। वहाँ इनमें 66 फिल्में जिन्हें युवाओं ने बनाया है।
‘स्वर्ण मयूर’ के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता खंड में 15 फिल्में प्रतियोगिता में रहेंगी
फिल्म के परंपरागत सर्वाधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘स्वर्ण मयूर’ के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता खंड में 15 फिल्में प्रतियोगिता में रहेंगी। जिनमें 12 अंतरराष्ट्रीय फिल्मों के साथ 3 भारतीय फिल्मों में से किसी एक को स्वर्ण पदक के साथ 40 लाख रुपए की धनराशि मिलेगी। उधर किसी निर्देशक की पहली फिल्म के रजत मयूर और 10 लाख रुपए के पुरस्कार के लिए 5 अंतरराष्ट्रीय और 2 भारतीय फिल्में प्रतियोगिता में हैं।
ऑस्ट्रेलिया फोकस देश होगा, शुरुआत फिल्म ‘बेटर मैन’ से होगी
इस बार समारोह में जहां ऑस्ट्रेलिया फोकस देश होगा। वहाँ फिल्म समारोह की शुरुआत भी माइकल ग्रेसी की ऑस्ट्रेलियाई फिल्म ‘बेटर मैन’ (Better Man) से होगी। ब्रिटिश पॉप स्टार रॉबी विलियम्स के जीवन पर आधारित इस फिल्म का यह एशियन प्रीमियर होगा। साथ ही इस बार का ‘सत्यजित रे लाइफटाइम पुरस्कार’ भी ऑस्ट्रेलिया फिल्मों के दिग्गज निर्देशक फिलिप नोयस को प्रदान किया जा रहा है।
बढ़ी है गोवा फिल्म समारोह की प्रतिष्ठा
विश्व में सर्वाधिक फिल्म बनाने वाले देश भारत का यह फिल्म समारोह विश्व भर में रैंकिंग के अनुसार चाहे कुछ नीचे है। लेकिन हालिया बरसों में इस आयोजन को भव्य बनाकर जिस तरह की सुविधाएं यहां फिल्म प्रतिनिधियों को प्रदान की जाने लगी हैं। उससे हमारे इस समारोह की प्रतिष्ठा बढ़ी है।
कान अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह के समतुल्य है गोवा फिल्म समारोह
सूचना प्रसारण राज्य मंत्री डॉ एल मुरूगन (Dr L Murugan) कहते हैं- ‘’इफ़्फ़ी (IFFI) का यह आयोजन भारत के साथ वैश्विक स्तर पर एक ऐतिहासिक आयोजन बन गया है। जो कान अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह के समतुल्य है।‘’