Happy Birthday Surender Sharma: 80 बरस के हो गए कवि सुरेन्द्र शर्मा, देश में ही नहीं विदेशों में भी छाया है उनकी कविताओं का जादू

  • प्रदीप सरदाना 

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक 

सुप्रसिद्द हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा (Surender Sharma) 29 जुलाई को अपना 80 वां जन्मदिन मना रहे हैं। यूं देश में हास्य कवियों की कमी नहीं। लेकिन अपनी करीब 50 बरसों से भी अधिक की हास्य यात्रा में सुरेन्द्र शर्मा (Surender Sharma) ने कितने ही उदास चेहरों पर खुशी लाने का जो काम किया है वह बेमिसाल है।

‘चार लाईना सुना रहा हूँ’ से मिली प्रसिद्दि

अपने करियर में उन्हें सबसे ज्यादा प्रसिद्दि ‘चार लाईना सुना रहा हूँ’ से मिली। अपनी इन चार लाइनों से उनकी कविताओं को चार चाँद लग गए। खास तौर से अपनी घरवाली को लेकर उन्होंने अपनी कविताओं में जो व्यंग्य किए उससे असंख्य पतियों को ‘आत्मबल’ मिला और संतुष्टि भी। कोई तो अपनी पत्नी पर सार्वजनिक कटाक्ष करने का साहस कर सकता है।

भारत सरकार ने 2013 में पदमश्री से भी किया सम्मानित

यूं अब वह अपनी चार लाइनों की कविता से आगे निकल हास्य के साथ गंभीर विषयों पर भी श्रोताओं के दिलों को छू रहे हैं। उनकी इसी प्रतिभा को देख भारत सरकार ने उन्हें 2013 में पदमश्री से भी सम्मानित किया। यूं उन्हें ‘आधारशिला’ सहित और भी कई बड़े पुरस्कार मिल चुके हैं। यहाँ तक मनोज कुमार जैसे फ़िल्मकार ने तो सुरेन्द्र शर्मा से अपनी ‘कलर्क’ जैसी फिल्मों में अभिनय भी कराया। जबकि टीवी और रेडियो के कुछ कार्यक्रम तो उनके नाम से हिट होते रहे हैं।

मुझे खुशी है यह दिलकश कवि मेरे बरसों पुराने मित्र हैं। उन्हें अनेक बार सुना,उन पर अनेक बार लिखा। उन्हें इंटरव्यू भी कई बार किया। मेरा उनके साथ एक खास रिश्ता यह भी है कि मेरी और उनकी जन्म तिथि एक ही है। यहाँ यह साफ कर दूँ कि सिर्फ तिथि वर्ष नहीं। इसलिए हम 29 जुलाई को एक दूसरे को जन्मदिन की बधाई देते हैं। साथ ही बरसों से एक दूसरे के पारिवारिक समारोह में भी हिस्सा लेते रहे हैं।

75वें जन्मदिन और शादी की 50वीं सालगिरह के भव्य समारोह में अनेक हस्तियाँ हुई शामिल

पाँच साल पहले जब सुरेन्द्र शर्मा (Surender Sharma) ने अपने 75 वें जन्म दिन और शादी की 50 वीं सालगिरह का भव्य समारोह एक साथ मनाया था तो मुझे याद है सभी क्षेत्रों की अनेक हस्तियाँ वहाँ उमड़ पड़ी थीं। उनकी शादी के रजत जयंती समारोह में भी कुछ ऐसे नज़ारे थे।

80वां जन्मदिन सादगी से मना रहे हैं

लेकिन इस बार वह अपना 80 वां जन्म दिन सादगी से मना रहे हैं। लेकिन क्यों ? यह पूछने पर वह बताते हैं-‘’इस बार बच्चे अमेरिका गए हुए हैं। पत्नी भी अस्वस्थ चल रही हैं। लेकिन इतना जरूर है कि अपनी ज़िंदगी के इस पड़ाव पर खुश हूँ कि मैं कवि बना। जबकि पिता भी बिजनेस करते थे और मेरे दोनों बेटे भी बिजनेस में हैं। लेकिन मैंने अपनी कविताओं से जहां दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लायी वहाँ देश भर से मुझे जो लाखों करोड़ों लोगों का प्यार और सम्मान मिला उससे मुझे भी खुशी मिली।‘’

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