Cannes Film Festival 2024: कान फिल्म समारोह में FTII के छात्रों ने देश का नाम किया रोशन, इस भारतीय फिल्म को मिला सम्मान

  • प्रदीप सरदाना

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक 

भारतीय फिल्म जिस तरह लगातार अंतरराष्ट्रीय मंच पर साम्मानित हो रही हैं, यह निश्चय ही भारत के लिए गौरव की बात है। कुछ समय पूर्व ऑस्कर पुरस्कारों में भारत ने अपनी पताका फहराई थी। इस बार 77वें कान फिल्म समारोह (Cannes Film Festival) में ‘भारतीय फिल्म एवं टेलीविज़न संस्थान’ (FTII) के छात्र की एक फिल्म ‘सनफ्लावर वर द फ़र्स्ट वंस टू नो’ (Sunflowers Were the First Ones to Know) ने सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म का ‘ला सिनेफ पुरस्कार’ (La Cinef’ Award) जीतकर देश का नाम रोशन किया है।

क्या है फिल्म की कहानी

इस फिल्म का निर्देशन एफटीआईआई (FTII) के छात्र चिदानंद एस नाईक (Chidananda S Naik) ने और फिल्मांकन सूरज ठाकुर (Suraj Thakur) ने किया है। यह फिल्म एक बुजुर्ग महिला की कहानी है। जो गाँव का एक मुर्गा चुरा लेती है। जिससे समुदाय में अशांति फ़ेल जाती है। मुर्गे को वापस लाने के लिए एक भविष्यवाणी की जाती है। जिससे उस बुजुर्ग महिला के परिवार को निर्वासन में भेज दिया जाता है।

कान फिल्म समारोह में पिछली सफलता से अलग है ये सफलता

इधर बता दें यूं एफटीआईआई (FTII) के छात्रों को कान फिल्म समारोह (Cannes Film Festival) में पहले भी सफलता मिलती रही हैं। इस बार भी संस्थान के कई पूर्व छात्र समारोह में पहुंचे हैं। लेकिन यह पहला मौका है जब एफटीआईआई (FTII) के एक वर्षीय टेलीविज़न पाठ्यक्रम के किसी छात्र को प्रतिष्ठित कान फिल्म समारोह के लिए चुना गया है।

‘ला सिनेफ’ समारोह (La Cinef’Festival) का एक आधिकारिक खंड है। जो नयी प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करता है। यह फिल्म 555 फिल्म स्कूल द्वारा प्रस्तुत 2263 फिल्मों में से चुनी गयी 18 लघु फिल्मों में से एक थी। एफटीआईआई (FTII) के अध्यक्ष आर माधवन (R.Madhavan) कहते हैं-‘’इस बेहद प्रतिष्ठित सम्मान के लिए मैं चिदानंद नाईक (Chidanand S Naik) और फिल्म की पूरी टीम को बधाई देता हूँ।‘’

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