Sulochana Latkar Death: अभिनेत्री सुलोचना लाटकर का 94 वर्ष की उम्र में हुआ निधन, 300 से अधिक फिल्मों में कर चुकी है काम
कृतार्थ सरदाना। जानी-मानी अभिनेत्री सुलोचना लाटकर का कल रविवार शाम मुंबई में निधन हो गया। वह 94 वर्ष की थीं। सुलोचना लाटकर बॉलीवुड में एक माँ के रूप में अपनी भूमिका के लिए जानी जाती हैं। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी और वेंटिलेटर पर थीं। उनका अंतिम संस्कार आज सोमवार शिवाजी पार्क श्मशान घाट में किया जाएगा।
बड़े से बड़े सितारे उन्हें बेहद मान-सम्मान देते थे
सुलोचना लाटकर ने इस फिल्म संसार को लगभग 80 बरसों तक बेहद करीब से देखा। वह हिन्दी और मराठी फिल्मों का ऐसा हिस्सा थीं, जिनके बिना कभी हिन्दी और मराठी फिल्मों की कल्पना नहीं की जा सकती थी। उन्होंने जहां 250 से अधिक हिन्दी और कुछ दक्षिण की फिल्मों में विशिष्ट भूमिकाएँ निभाईं वहाँ करीब 100 मराठी फिल्मों में भी वह अहम किरदारों में रहीं। इसलिए जो लोग सुलोचना ताई को नहीं जानते उन्हें जानना चाहिए कि उनका युग स्वर्ण युग था। बड़े से बड़े सितारे उन्हें बेहद मान-सम्मान देते थे।
1947 में पहली बार सुलोचना को मिला लीड रोल
सुलोचना लाटकर का जन्म 30 जुलाई 1928 को वर्तमान कर्नाटक राज्य के बेलगाम के निकट गाँव खड़ाकलत में हुआ था। सन 1940 में 14 बरस की उम्र में इनका विवाह हो गया। कोल्हापुर में इनकी मुलाक़ात उस दौर के बड़े फ़िल्मकार भालजी पेंढारकर से हुई तो सुलोचना ने उन्हें अपना गुरु बना लिया। पेंढारकर ने इन्हें फिल्म गुर सीखाते हुए पहले 1944 में अपनी मराठी फिल्म ‘महारथी कर्ण’ में मौका दिया। फिर अपनी मराठी फिल्म ‘ससुरवास’(1947) में पहली बार सुलोचना का लीड रोल देकर, इन्हें रुपहले पर्दे की सुलोचना बना दिया।
सन 1952 में आई मराठी फिल्म ‘स्त्री जन्मा हि तुझी कहाणी’ के बाद तो सुलोचना के लिए,हिन्दी फिल्मों के भी बड़े दरवाजे खुल गए। सन 1954 में इसी मराठी फिल्म के हिन्दी रिमेक ‘औरत तेरी यही कहानी’ में भी सुलोचना को लिया गया। भारत भूषण और सुलोचना के साथ इस फिल्म में मुख्य भूमिका में निरुपा रॉय भी थीं।
फिल्म उद्योग में सुलोचना दीदी के नाम से जानी जाती थी
सुलोचना लाटकर बॉलीवुड और मराठी फिल्म उद्योग में सुलोचना दीदी के नाम से जानी जाती थी। 1943 में रिलीज हुई चिमुकला संसार उनकी पहली फिल्म थी। याराना, कटी पतंग, रोटी कपड़ा और मकान, मेरे जीवन साथी, सरस्वतीचंद्र, जॉनी मेरा नाम, साजन, आई मिलन की बेला, प्रेम नगर, नई रोशनी, संघर्ष उनकी कुछ लोकप्रिय हिंदी फिल्में हैं।
पीएम मोदी ने अभिनेत्री सुलोचना लाटकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभिनेत्री सुलोचना लाटकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने कहा कि सुलोचना जी की सिनेमायी विरासत उनके उल्लेखनीय कार्य के माध्यम से भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी। एक ट्वीट में मोदी ने कहा कि उनके निधन की खबर ने भारतीय सिनेमा की दुनिया में एक दुख की लहर छोड़ गयी है।