International Yoga Day 2024: देश के 17 राज्यों के 10,000 दिव्यांगजनों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर किया योग

10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देश भर में दिव्यांगजनों ने सामूहिक योग कार्यक्रमों के माध्यम से स्वस्थ रहने का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “सभी के लिए योग” के दृष्टिकोण के अनुरूप, 10,000 दिव्यांगजनों ने पूरे भारत में विभिन्न स्थानों पर योग किया।

दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रमों में दृश्य बाधित, श्रवण बाधित, लोकोमोटर दिव्यांगता, बौद्धिक और विकासात्मक दिव्यांगता, ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी और थैलेसीमिया सहित विविध दिव्यांगता वाले व्यक्तियों ने भाग लिया। इन आयोजनों को देश भर में 30 विभिन्न स्थानों पर राष्ट्रीय संस्थानों, समग्र क्षेत्रीय केंद्रों (सीआरसी), एलिम्को और एनडीएफडीसी के साथ समन्वित किया गया था।

सिकंदराबाद में, एक योग शिविर में राज्य भर के लगभग 30 गैर-सरकारी संगठनों के 1200 से अधिक दिव्यांगजनों ने भाग लिया। चेन्नई में राष्ट्रीय बहुदिव्यांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण संस्थान ने विशेष स्कूलों में समावेशी योग विषय के तहत एक दिवसीय योग कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का आयोजन किया।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगता संस्थान ने नई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल में दिव्यांग बच्चों के लिए एक समावेशी योग शिविर का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे और विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल विशिष्ट अतिथि थे।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002JLPE.jpg

योग समाज के हर वर्ग को एकजुट करने के लिए भी महत्वपूर्ण है

योग शिविर को संबोधित करते हुए मंत्री बी.एल. वर्मा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि योग की परंपरा हमारे प्राचीन ऋषियों की विरासत है। योग न केवल स्वस्थ शरीर के लिए एक अभ्यास है, बल्कि एक व्यवस्थित जीवनशैली बनाए रखने का एक शक्तिशाली साधन भी है। पीएम मोदी के नेतृत्व में, हमारी योग परंपरा को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिली है, जिसके कारण 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। आज विश्व स्तर पर 150 से अधिक देश अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं।

बी.एल. वर्मा ने दिव्यांग भाइयों, बहनों और बच्चों के साथ योग अभ्यास करने का अवसर पाकर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि योग न केवल शारीरिक और सामाजिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि समाज के हर वर्ग को एकजुट करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तहत सभी राष्ट्रीय संस्थान और समग्र क्षेत्रीय केंद्र योग शिविर आयोजित कर रहे हैं, जिसमें दिव्यांगजनों की उत्साहपूर्ण भागीदारी है, जो बहुत खुशी की बात है।

कोलकाता में राष्ट्रीय लोकोमोटर दिव्यांगता संस्थान ने दिव्यागं व्यक्तियों, छात्रों और कर्मचारियों के लिए एक योग प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। स्वामी विवेकानन्द राष्ट्रीय पुनर्वास प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (एसवीएनआईआरटीएआर) ने भी योग कार्यक्रम आयोजित किया।

17 राज्यों के दिव्यांगजनों ने योग में भाग लिया

राष्ट्रीय दृष्टिबाधित व्यक्तियों के सशक्तिकरण संस्थान ने भी एक योग कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें 500 लोगों ने भाग लिया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रहे और कहा कि आज पूरे देश में एक साथ योग किया जा रहा है।

विभाग के सभी राष्ट्रीय संस्थानों और समग्र क्षेत्रीय केंद्रों ने दिव्यांगजनों के लिए योग और अनुकूलित योग के लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए वेबिनार आयोजित किए। डॉ. कुमार ने इस बात पर प्रकाश डाला कि दिल्ली से केरल और गुजरात से पश्चिम बंगाल तक 17 राज्यों के दिव्यांगजनों ने योग में भाग लिया।

इसके अतिरिक्त, विभाग के नागपुर, भोपाल, त्रिपुरा, बलांगीर में समग्र क्षेत्रीय केंद्रों (सीआरसी), नोएडा, नवी मुंबई, कोलकाता में एनआईईपीआईडी ​​​​क्षेत्रीय केंद्रों और सीआरसी वेल्लोर ने विभिन्न स्थानों पर योग शिविर आयोजित किए।

Related Articles

Back to top button