वीरेन्द्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल पर उठाए सवाल, पूछा क्यों दो साल से दिल्ली नगर निगम का संवैधानिक गठन पूरा नही होने दे रहे

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी एवं अरविंद केजरीवाल की हठधर्मी के चलते लगभग दो वर्ष से दिल्ली नगर निगम का संवैधानिक गठन नही हो पा रहा है जिसके चलते दिल्ली नगर निगम से जुड़े विभिन्न आवश्यक कार्य लटके पड़े हैं।

वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी एवं अरविंद केजरीवाल ने पहले महापौर का चुनाव टाला और फिर बहुत दबाव में आ कर मुख्य सदन से चुने जाने वाले 6 सदस्यों का चुनाव करवाया – जिसमे तीन सदस्य भाजपा के और तीन आम आदमी पार्टी के चुने गये।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इसके तुरंत बाद महापौर को वार्ड समितियों का गठन करवाना था पर महापौर ने पहले एल्डरमैन नियुक्ति विवाद उत्पन्न फिर विभिन्न दांव पेंच चलकर इनके गठन को टालने का भरसक प्रयास किया पर उपराज्यपाल महोदय के सख्त निर्णय के बाद वार्ड समितियों का चुनाव हुआ और उनमे भी भाजपा को बहुमत मिला। साय ही सभी वार्डों से स्थाई समिति के सदस्य भी चुने गये। एक भाजपा पार्षद कमलजीत सहरावत जो सदन से स्थाई समिति के लिए चुनी गई थीं के इस्तीफे के बाद एक रिक्त स्थान का चुनाव होना था पर महापौर ने इस चुनाव की घोषणा को टाला।

श्री सचदेवा ने कहा उपराज्यपाल के कार्यालय के दबाव में अंततः महापौर को आज 26 सितम्बर के लिए स्थाई समिति के तीसरे सदस्य के चुनाव की घोषणा करनी पड़ी। खेदपूर्ण है कि महापौर ने अरविंद केजरीवाल की शैय पर पहले चुनाव प्रक्रिया को बाधित किया फिर सदन ही स्थगित कर दिया। अंततः आज फिर निगमायुक्त की रिपोर्ट के बाद उपराज्यपाल महोदय को हस्तक्षेप करना पड़ा। गुरुवार रात दस बजे का समय स्थाई समिति सदस्य के चुनाव के लिए तय करना पड़ा।

2 वर्ष में 11 “आप” पार्षद पार्टी छोड़कर भाजपा में हुए शामिल

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की समझ से परे है की आम आदमी पार्टी एवं अरविंद केजरीवाल आखिर क्यों दिल्ली नगर निगम का संवैधानिक गठन नही होने देना चाहते। यहाँ यह बताना आवश्यक है की बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद भी जनता के काम ना करवा पाने त्रस्त हैं और इसी के चलते 2 वर्ष में 11 “आप” पार्षद पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।

वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि गुरुवार दिन में 1 बजे स्थाई समिति के सदन से छठे सदस्य का चुनाव आराम से हो सकता था पर दिल्ली वालों का जानना जरूरी है की आखिर क्यों आम आदमी पार्टी एवं अरविंद केजरीवाल ने नियम तोड़ कर मोबाइल फोन वोटिंग हाल में ले जाने जिद पकड़ी फिर बिना प्रक्रिया पालन किये सदन स्थगित कर दिया। उन्होंने कहा  कि दिल्ली की जनता मांग करती है की अरविंद केजरीवाल खुद जवाब दें क्यों वह दो साल से दिल्ली नगर निगम का संवैधानिक गठन पूरा नही होने दे रहे, क्यों दलित महापौर नही चुनने दे रहे और क्यों आज हठधर्मी से सदन स्थगित किया गया ?

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