Sonal Mansingh अब फिल्मों में काम करना चाहती हैं, 80 बरस की उम्र में भी कला और नृत्य के प्रति जज्बे की कमी नहीं 

  • प्रदीप सरदाना 

वरिष्ठ पत्रकार एवं समीक्षक 

सोनल मानसिंह (Sonal Mansingh) देश की एक ऐसी शास्त्रीय नृत्यांगना हैं जिन्होंने सफलता-लोकप्रियता ही नहीं प्रतिष्ठा के भी कई नए आयाम बनाए हैं। अपने नृत्य कौशल से अपना और अपने देश का नाम विश्व भर में प्रसिद्द कर चुकी सोनल (Sonal Mansingh) बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं।

पदमभूषण और पदमविभूषण जैसे शिखर सम्मानों से विभूषित हो चुकी हैं

अपनी अनुपम प्रतिभा के लिए नृत्य गुरु सोनल मानसिंह (Sonal Mansingh) जहां पदमभूषण (Padma Bhushan) और पदमविभूषण (Padma Vibhushan) जैसे शिखर सम्मानों से विभूषित हो चुकी हैं। वहाँ संगीत नाटक अकादमी (Sangeet Natak Akademi) और कालीदास सम्मान (Kalidas Samman) जैसे अन्य बड़े पुरस्कारों से भी उन्हें नवाजा चुका है। इन पुरस्कारों के साथ अपनी कला के कारण ही सोनल मानसिंह (Sonal Mansingh) को राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए भी नामांकित किया।

80 बरस की उम्र में भी कला और नृत्य के प्रति जज्बे की कमी नहीं

इधर अब सोनल मानसिंह (Sonal Mansingh) 80 बरस की हो गयी हैं। लेकिन इस उम्र की छाया उनके चेहरे पर दूर दूर तक नहीं है। साथ ही आज भी कला और नृत्य के प्रति भी उनका जज्बा देखते ही बनता है। पिछले दिनों उनके निवास पर उनसे खास मुलाक़ात हुई तो कई नई पुरानी बातों का सिलसिला चल निकला।

सन 1980 के दशक में मैंने पहली बार किया था इंटरव्यू

सोनल मानसिंह (Sonal Mansingh) को मैंने 1980 के दशक में पहली बार इंटरव्यू किया था। उनकी अलौकिक सुंदरता और प्रतिभा से मैं तभी से प्रभावित रहा हूँ। वह भरतनाट्यम और ओडिसी दोनों शास्त्रीय नृत्यों में पारंगत हैं। अभी तक हजारों लोग उनसे नृत्य सीख उनकी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।

देश ही नहीं दुनिया को अपने नृत्य से सम्मोहित किया

अपनी नृत्य यात्रा सोनल (Sonal Mansingh) ने 1960 में शुरू की थी। देश भर में तो उन्होंने अपने नृत्य से सभी को सम्मोहित किया ही। उधर दुनिया में कुछ ही ऐसे गिने चुने देश होंगे जहां सोनल (Sonal Mansingh) के नृत्य की झंकार ना गूंजी हो।

पूरा जीवन नृत्य को समर्पित किया, फिल्मों के प्रस्ताव को त्यागा

सोनल मानसिंह (Sonal Mansingh) बताती हैं-‘’नृत्य करते हुए मुझे आज 60 बरस से अधिक हो गए हैं। मैंने अपना पूरा जीवन नृत्य को समर्पित किया। इसके लिए मुझे कोई भी त्याग करना पड़ा तो मैंने किया। नृत्य ही मेरा जीवन रहा है। उस दौर में मेरे पास फिल्मों में काम करने के भी प्रस्ताव आए। यशराज फिल्म्स (Yash Raj Films) समेत कुछ 8-10 बार मुझे अलग अलग लोगों ने फिल्मों में अभिनय करने के प्रस्ताव दिए। पर मैंने कभी हाँ कहा ही नहीं। क्योंकि मुझे फिल्मों मे जाना ही नहीं था। असल में उस समय मेरा पूरा ध्यान सिर्फ नृत्य में था।”

सोनल मानसिंह अब फिल्मों में करना चाहती है काम

सोनल मानसिंह (Sonal Mansingh) आगे कहती हैं “फिर फिल्मों में आपसे कहा जाता है कि ये भी करो वो भी करो, तो मैं वो सब नहीं करना चाहती थी। हम जानते ही हैं कि फिल्मों की एक अलग पूरी दुनिया है। अगर उस वक्त मैं वहां चली गई होती तो आज मैं ये नहीं होती। लेकिन अब लगता है कि एक दो अच्छी फिल्मों में अभिनय करके भी दिखा दूँ कि अभिनय कौशल भी है मेरे अंदर। इसलिए अब अगर कोई अच्छा प्रस्ताव आएगा तो मैं ज़रूर करना चाहूँगी।‘’

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