NDA की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर दिल्ली में दिखा शक्ति प्रदर्शन, पीएम मोदी बोले हमने राजनीति को कभी भी देश से ऊपर नहीं रखा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज मंगलवार को नई दिल्ली के अशोक होटल में एनडीए (National Democratic Alliance) की बैठक हुई। इसमें एनडीए के 39 घटक दलों ने भाग लिया। यह बैठक एनडीए की स्थापना के 25 सफल वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित की गई।

शिव सेना के अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बैठक में एनडीए का प्रस्ताव रखा। एआईएडीएमके के के. पलानीसामी और असम गण परिषद् के अतुल बोरा ने प्रस्ताव का समर्थन किया।

बैठक में एनडीए के सभी घटक दलों ने संकल्प लिया गया कि एनडीए एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लोक सभा चुनाव लड़ेगा और लगातार तीसरी बार भारी बहुमत से नरेन्द्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाएँगे।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी को संबोधित करते हुआ कहा कि NDA नई ऊर्जा से भरी हुई त्रिशक्ति है। पीएम मोदी ने NDA को N से New India के लिए, D से Developed Nation (विकसित राष्ट्र) के लिए और A से Aspiration of People and Regions (लोगों और क्षेत्रीय आकांक्षा) के लिए बताया । उन्होंने कहा आज देश का गरीब, देश का मध्यम वर्ग, देश के युवा, महिलाएं, दलित-पीड़ित-शोषित-वंचित, आदिवासी, सभी का विश्वास NDA पर है।

पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए ने अपनी यात्रा के 25 वर्ष पूरे कर लिए हैं और अब राष्ट्र एक विकसित और आत्मनिर्भर देश बनने के अगले 25 वर्षों के लक्ष्य को हासिल करने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि एनडीए का गठन किसी पार्टी के विरोध में नहीं हुआ था बल्कि देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था। जब किसी देश में स्थिर सरकार होती है, तो देश एक साहसिक निर्णय ले पाता जो देश की दिशा बदल देता है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि “2014 में देश की अर्थव्यवस्था टॉप 10 से बाहर थी, आज हम 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि एनडीए की तीसरी सरकार में हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में प्रतिष्ठित होंगे। हमारे पास देश के विकास के अगले 25 साल का विजन है।”

पीएम ने आगे यह भी कहा कि “पॉलिटिक्स में प्रतिस्पर्धा हो सकती है, लेकिन शत्रुता नहीं होती। हमने राजनैतिक सौहार्द्र और शालीनता को बनाए रखने के लिए प्रयास किए हैं। आखिरकार, हम एक ही देश के लोग हैं, एक ही समाज का हिस्सा हैं लेकिन दुर्भाग्य से, आज विपक्ष ने अपनी एक ही पहचान बना ली है – हमें गाली देना, हमें नीचा दिखाना। इसके बावजूद हमने राजनीति को कभी भी देश से ऊपर नहीं रखा।

लोकतंत्र की मूल भावना NDA की कार्यशैली में आपको हर जगह दिखेगी। हमने प्रणव दा को भारत रत्न दिया, वे जीवन भर कांग्रेस में रहे, लेकिन उन्हें सम्मान देने में हमने संकोच नहीं किया। ये NDA सरकार ही है जिसने मुलायम सिंह यादव जी, शरद पवार जी, गुलाम नबी आज़ाद जी, तरुण गोगोई जी, एससी जमीर जी और मुज़फ्फ़र बेग जी जैसे नेताओं को पद्म सम्मान दिये। हमने कभी भी राजनीतिक दल के आधार पर भेदभाव नहीं किया।”

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि “इस समय भारत जी20 को होस्ट कर रहा है, इससे जुड़े प्रोग्राम देश में हो रहे हैं। इनका वेन्यू तय करते समय हमने नहीं सोचा कि कहां किसकी सरकार है। कोरोना में हमने हर पार्टी के हर राज्य के सीएम से बात की, उन्हें हर संभव मदद दी। हमारा एक ही लक्ष्य है भारत का विकास। भारत के कोटि-कोटि लोगों की आशा-आकांक्षा ही हमारा एजेंडा है। हम पूरी शक्ति लगा लेंगे, हम मेहनत करेंगे, ईमानदारी से काम करेंगे, ये हमारी गारंटी है। मेरे शरीर का हर कण, मेरे समय का हर क्षण, देश को ही समर्पित है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि मैं अपने परिश्रम में, अपने प्रयासों में कहीं कोई कमी नहीं रहने दूंगा। मुझसे गलती हो सकती है लेकिन बदनीयती से मैं दूर रहूंगा, बदनीयती से कोई काम नहीं करूंगा।”

एनडीए की इस बैठक में 39 राजनीतिक दल शामिल थें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह भी मौजूद रहें। सभा स्थल पर एनडीए नेताओं ने पीएम मोदी को  माला पहनाकर स्‍वागत किया। बैठक में एआईएडीएमके, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, एलजेपी रामविलास, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, अजीत पवार के नेतृत्व वाला एनसीपी गुट और अपना दल सोनेलाल सहित एनडीए के कई सहयोगी दलों ने भाग लिया।

 

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