पुराना संसद भवन अब संविधान सदन के नाम से जाना जाएगा

संसद के विशेष सत्र की कार्यवाही मंगलवार गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर नए संसद भवन में शुरू हुई। प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन का उल्‍लेख करते हुए कहा कि यह 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं को दर्शाता है। उन्‍होंने कहा कि नये संसद भवन का यह पहला और ऐतिहासिक सत्र है। यह आजादी के अमृत काल का सूर्योदय है और देश नये संकल्प लेकर अनेक उपलब्धियों के साथ आगे बढ़ रहा है तथा नये भवन में अपना भविष्य तय कर रहा है।

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि नये संसद भवन की भव्यता आधुनिक भारत का गौरव बढ़ाती है। इस भवन के निर्माण में देश के इंजीनियरों और कामगारों का पसीना बहा है।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने भाषण में सदस्यों से सदन की उच्च गरिमा और प्रतिष्ठा बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने सदस्यों से शालीनता और शिष्‍टता के साथ अपने विचार प्रस्तुत करने का भी अनुरोध किया। अध्यक्ष ने कहा कि सदस्यों को नए भवन में नए विचारों और चर्चा तथा संवाद की सर्वोत्तम परंपराओं के साथ लोकतंत्र की संस्कृति स्थापित करनी चाहिए।

विधेयक प्रस्‍तुत किए जाने के बाद लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। पुराने संसद भवन का नाम बदलकर संविधान सदन कर दिया गया है।

राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजकर 15 मिनट से नए भवन में शुरू हुई तो सभापति जगदीप धनखड़ ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए कार्यवाही दो बजकर 47 मिनट तक स्थगित कर दी गई। इस बीच, राज्यसभा की कार्यवाही भी दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई है।

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