Mann Ki Baat: ‘बिना किसी राजनीतिक पृष्‍ठभूमि वाले युवा राजनीति में प्रवेश करें’ ‘मन की बात’ में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार 25 अगस्त को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अपने विचार साझा किए। यह इस मासिक रेडियो कार्यक्रम की 113वीं कड़ी थी। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि देश के युवाओं को अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों से काफी फायदा हुआ है।

चंद्रयान-3 की सफलता को हुआ एक वर्ष पूरा

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में बहुत कुछ ऐसा हो रहा है जिससे विकसित भारत की नींव मजबूत हो रही है। उन्‍होंने कहा कि इस महीने 23 तारीख को देशवासियों ने पहला राष्‍ट्रीय अंतरिक्ष दिवस और चंद्रयान-3 की सफलता का जश्‍न मनाया। उन्‍होंने कहा कि पिछले वर्ष आज ही के दिन चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी हिस्‍से में शिव शक्ति बिंदु पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत विश्‍व का पहला देश बना है। श्री मोदी ने स्‍पेस टैक स्‍टार्टअप गैलेक्‍सआई के सदस्‍यों के साथ बातचीत भी की। इस स्‍टार्टअप को आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्रों ने शुरू किया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्‍पेस इको-सिस्‍टम बहुत जीवंत हो रहा है।

बिना किसी राजनीतिक पृष्‍ठभूमि वाले युवा राजनीति में प्रवेश करें

पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष लालकिले से उन्‍होंने गैर राजनीतिक पृष्‍ठभूमि वाले एक लाख युवाओं से राजनीतिक व्‍यवस्‍था में जुडने का आह्वान किया था। उन्‍होंने कहा कि इसका युवाओं पर जबरदस्‍त प्रभाव पड़ा है और बड़ी संख्‍या में युवा राजनीति में प्रवेश करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे उचित अवसर और मार्गदर्शन की तलाश में है। श्री मोदी ने यह भी कहा कि उन्‍हें इस विषय पर देशभर के युवाओं से बहुत सारे पत्र मिले हैं।
श्री मोदी ने इस बारे में सुझाव भेजने के लिए लोगों को धन्‍यवाद दिराया। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की, कि युवाओं के सामूहिक प्रयास से ऐसे युवा राजनीति में आगे आ सकेंगे जिनकी कोई राजनीतिक पृष्‍ठभूमि नहीं हैं। उन्‍होंने कहा कि ऐसे युवाओं का अनुभव और जोश देश के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।

युवाओं का यह कदम देश के भविष्‍य को बदलने वाला साबित होगा

पीएम मोदी ने कहा कि स्‍वतंत्रता संग्राम के दिनों में ऐसे बहुत से लोग आगे आए थे जिनकी कोई राजनीतिक पृष्‍ठभूमि नहीं थी और उन्‍होंने स्‍वयं को देश की आजादी के लिए झोंक दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत का लक्ष्‍य पाने के लिए आज भी उसी जज्‍बे की जरूरत है। श्री मोदी ने युवाओं से इस अभियान में सकारात्‍मक रूप से शामिल होने का अनुरोध किया। उन्‍होंने कहा कि युवाओं का यह कदम स्‍वयं और देश के भविष्‍य को बदलने वाला साबित होगा।

तिरंगा रैली की तस्‍वीरों को देख मन खुशी से झूम उठा

हर घर तिरंगा अभियान के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्‍मू कश्‍मीर के रियासी में सात सौ 50 मीटर लंबे ध्‍वज के साथ चिनाब रेलवे पुल से तिरंगा रैली निकाली गई थी। यह विश्‍व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। उन्‍होंने बड़े गर्व से कहा कि जिस किसी ने भी इन तस्‍वीरों को देखा उनका मन खुशी से झूम उठा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रीनगर में डल झील में भी तिरंगा यात्रा की मनमोहक तस्‍वीरें हम सबने देखी है। उन्‍होंने कहा कि अरूणाचल प्रदेश के ईस्‍ट कामेंग जिले में भी 600 फीट लंबे तिरंगे के साथ यात्रा निकाली गई। इसी तरह से देश के अन्‍य राज्‍यों में भी हर उम्र के लोग तिरंगा यात्राओं में शामिल हुए।

स्‍वतंत्रता दिवस अब सामाजिक पर्व बनता जा रहा

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने यह अनुभव किया होगा क‍ि स्‍वतंत्रता दिवस अब सामाजिक पर्व बनता जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि ई-कॉमर्स प्‍लेटफार्म पर तिरंगे में रंगे सामानों की बिक्री बढ़ रही है। श्री मोदी ने कहा कि इस अभियान ने पूरे देश को एकसूत्र में बांध दिया है और यही तो एक भारत श्रेष्‍ठ भारत है।
मानव और पशुओं के बीच प्रेम के बंधन का उल्‍लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने असम के तिनसुकिया जिले के छोटे से गांव बारेकुरी के बारे में बताया। इस गांव में मोरान समुदाय के लोग रहते हैं और उनका हूलॉक गिबन्‍स यानि होलो बंदरों के साथ गहरा संबंध है। प्रधानमंत्री ने बताया कि जब गांववालों को पता चला कि हूलॉक गिबन्‍स को केले बहुत पसंद हैं तो उन्‍होंने अपने खेतों में केले उगाने शुरू कर दिए। श्री मोदी ने बताया कि गांव वालों ने यह फैसला किया कि वे होलो गिबन्‍स की जन्‍म और मृत्‍यु से जुड़े रीति-रिवाजों को वैसे ही मनाएंगे जैसे वे अपने परिजनों के लिए मनाते हैं। गांव के लोगों ने गिबन्‍स के नाम भी रखे हैं।

पशुओं की रक्षा के लिए स्‍टार्टअप्‍स को आगे आना चाहिए

ऐसी ही एक घटना साझा करते हुए श्री मोदी ने बताया कि अरूणाचल प्रदेश के कुछ युवाओं ने सींगों और दांतों के लिए वन्‍य जीवों को शिकार होने से बचाने के लिए थ्री-डी प्रिंटिंग प्रौद्योगिकी का इस्‍तेमाल करना शुरू किया है। नाबम बापू और लिखा नाना के नेतृत्‍व में उनकी टीम पशुओं के विभिन्‍न हिस्‍सों की थ्री-डी प्रिंटिंग करती है। इससे परिधान और टोपियों जैसी चीजें बनाई जाती हैं। उन्‍होंने कहा कि यह एक जबरदस्‍त विकल्‍प है जिसमें बॉयो-डिग्रेडेबल सामग्री का इस्‍तेमाल होता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में अधिक से अधिक स्‍टार्टअप्‍स को आगे आना चाहिए जिससे कि पशुओं की रक्षा हो सके और परंपराएं भी चलती रहें।
प्रधानमंत्री ने मध्‍यप्रदेश के झाबुआ के सफाईकर्मियों का जिक्र किया। इन सफाईकर्मियों ने कचरे से  शानदार कलाकृतियों का निर्माण किया है। श्री मोदी ने बताया कि ‘ई-कॉन्‍शस’ नामक एक स्‍टार्टअप ने प्‍लास्टिक के कचरे का इस्‍तेमाल करते हुए किस प्रकार से पारिस्थितिकी अनुकूल उत्‍पाद तैयार किए हैं। इसके अतिरिक्‍त इकोहारी नामक एक स्‍टार्टअप ने प्‍लास्टिक के कचरे से अनगिनत खूबसूरत चीजें बनाने का अनूठा काम किया है।

कैच द रेन मूवमेंट और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में भाग लें

प्रधानमंत्री ने लोगों से कैच द रेन मूवमेंट और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में भाग लेने का आग्रह किया। उन्‍होंने देशवासियों से अधिक से अधिक पौधे लगाने का अनुरोध भी किया।
कुछ दिन पहले आयोजित किए गए विश्‍व संस्‍कृत दिवस के बारे में  नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि लिथुएनिया के एक प्रोफेसर वायतिस विदुनास ने एक अनूठा प्रयास किया है और इसे उन्‍होंने संस्‍कृत ऑन द रीवर्स नाम दिया है। कुछ लोगों का एक समूह वहां नेरिस नदी के किनारे जमा हुआ और वहां उन्‍होंने वेदों और गीता का पाठ किया। ऐसे प्रयास वहां पिछले कुछ वर्षों से निरंतर जारी हैं। श्री मोदी ने कहा कि लोगों को संस्‍कृत भाषा को बढ़ावा देने वाले ऐसे प्रयासों को सामने लाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों के जीवन में फिटनेस बहुत ही महत्‍वपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि फिट रहने के लिए लोगों को अपने खान-पान और रहन-सहन पर ध्‍यान देते रहना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि लोगों को फिटनेस के बारे में जागरूक बनाने के लिए फिट इंडिया अभियान शुरू किया गया था। उन्‍होंने बताया कि स्‍वस्‍थ रहने के लिए हर उम्र और हर वर्ग के लोग योग को अपना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि लोग अपनी थाली में अब सुपरफूड मिलेट्स यानि श्रीअन्‍न को जगह देने लगे हैं। उन्‍होंने कहा कि इन सब प्रयासों का उद्देश्‍य यही है कि हर परिवार का हर सदस्‍य फिट और स्‍वस्‍थ रहे।

देश का भविष्‍य हमारे बच्‍चों की सेहत पर निर्भर है

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारे परिवार, समाज और देश का भविष्‍य हमारे बच्‍चों की सेहत पर निर्भर है और बच्‍चों की अच्‍छी सेहत के लिए जरूरी है कि उन्‍हें सही पोषण मिलता रहे। बच्‍चों का पोषण देश की प्राथमिकता है। श्री मोदी ने कहा कि हर वर्ष पहली सितम्‍बर से तीस सितम्‍बर तक पोषण माह मनाया जाता है। उन्‍होंने बताया कि पिछले वर्ष पोषण अभियान को नई शिक्षा नीति के साथ जोड़ा गया था।

पैरालिम्पिक्‍स में भारतीय खिलाडि़यों का हौसला बढ़ाएँ

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगले कुछ दिनों में पेरिस में पैरालिम्पिक्‍स शुरू हो रहे हैं और एक सौ चालीस करोड़ भारतीय देश के एथलीट्स और खिलाडि़यों का हौसला बढ़ा रहे हैं। उन्‍होंने लोगों से हैश टेग चीयर फॉर भारत के साथ खिलाडि़यों को प्रोत्‍साहित करने के लिए कहा।
पीएम मोदी ने आगामी त्‍योहारों – जन्‍माष्‍टमी, गणेश चतुर्थी, ओणम, मिलाद-उन-नवी और तेलुगु भाषा दिवस के लिए लोगों को बधाई दी।

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