जानिए आज के ग्रह नक्षत्रों की स्थिति और एकादशी व्रत के लाभ

🌤️  दिनांक – 24 सितम्बर 2023

🌤️ दिन – रविवार

🌤️ विक्रम संवत – 2080

🌤️ शक संवत -1945

🌤️ अयन – दक्षिणायन

🌤️ ऋतु – शरद ॠतु

🌤️ मास – भाद्रपद

🌤️ पक्ष – शुक्ल

🌤️ तिथि – नवमी सुबह 10:23 तक तत्पश्चात दशमी

🌤️ नक्षत्र – पूर्वाषाढा दोपहर 01:42 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा

🌤️ योग – शोभन शाम 06:40 तक तत्पश्चात अतिगण्ड

🌤️ राहुकाल – दिल्ली समयानुसार शाम 04:45 से शाम 06:15 तक

🌞 सूर्योदय-06:10

🌤️ सूर्यास्त- 18:15

दिल्ली समयानुसार

👉 दिशाशूल- पश्चिम दिशा में

🌷 एकादशी व्रत के लाभ 🌷

➡️ 25 सितम्बर 2023 सोमवार को सुबह 07:56 से 26 सितम्बर,मंगलवार को प्रातः 05:00 तक एकादशी है।

💥 विशेष – 25 सितम्बर, सोमवार को पद्मा-परिवर्तिनी एकादशी (स्मार्त) एवं 26 सितम्बर, मंगलवार को पद्मा-परिवर्तिनी एकादशी (भागवत) 26 सितम्बर,मंगलवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें।

🙏🏻 एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।

🙏🏻 जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।

🙏🏻 जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।

🙏🏻 एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।

🙏🏻 धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।

🙏🏻 कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।

🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।

भगवान शिवजी  ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।

एकादशी के दिन करने योग्य

एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें।विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो 10 माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*

🙏🏻 *महीने में 15-15 दिन में  एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है ।लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए।

पंचक प्रारंभ : मंगलवार, 26 सितंबर 2023 अपराह्न 08:28 बजे से

पंचक समाप्त : शनिवार, 30 सितंबर 2023 को रात 09:08 बजे तक

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।

दिनांक 24 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 6 होता है। आपमें गजब का आत्मविश्वास है। इसी आत्मविश्वास के कारण आप किसी भी परिस्थिति में डगमगाते नहीं है। आपको सुगंध का शौक होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति आकर्षक, विनोदी, कलाप्रेमी होते हैं। आप अपनी महत्वाकांक्षा के प्रति गंभीर होते हैं।

शुभ दिनांक : 6, 15, 24

शुभ अंक : 6, 15, 24, 33, 42, 51, 69, 78

शुभ वर्ष : 2022, 2026

ईष्टदेव : मां सरस्वती, महालक्ष्मी

शुभ रंग : क्रीम, सफेद, लाल, बैंगनी

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