Kalki 2898 AD: ‘कल्कि 2898 एडी’ पर लगी हैं सभी की निगाहें, अमिताभ बच्चन, प्रभास की यह फिल्म दर्शकों को पसंद आएगी या नहीं ?

  • प्रदीप सरदाना 

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक 

फिल्म ‘कल्कि-2898 एडी’ (Kalki 2898 AD) एक ऐसी फिल्म है, जिसके बारे में जानने की उत्सुकता अधिकतर फिल्म प्रेमियों को ही नहीं अनेक धर्म गुरुओं को भी है। हिन्दू पुराणों के अनुसार श्रीविष्णुहरि कलयुग के अंत में अपने दसवें अवतार कल्कि (Kalki) के रूप में जन्म लेंगे। कल्कि पुराण (Kalki Purana) और अग्नि पुराण (Agni Purana) भी इस संबंध में बहुत कुछ कहते हैं। इसलिए जब फरवरी 2020 में फिल्म ‘कल्कि-2898 एडी’ (Kalki 2898 AD) के निर्माण की घोषणा हुई तो इसको लेकर जिज्ञासा भी आरंभ हो गयी।

रामोजीराव फिल्म सिटी में हुई 90 प्रतिशत शूटिंग

हालांकि फिल्म की शूटिंग गुरु पूर्णिमा के दिन जुलाई 2021 में शुरू हुई। हैदराबाद के सुप्रसिद्द रामोजीराव फिल्म सिटी (Ramoji film City) में इसका भव्य सेट तैयार किया गया। फिल्म की 90 प्रतिशत शूटिंग यहीं पर हुई है। यूं इस फिल्म के निर्माण और प्रदर्शन में समय लग गया। लेकिन अब यह फिल्म 27 जून को प्रदर्शित होने जा रही है। पिछले दिनों फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ तो उसे दर्शकों का अच्छा खासा प्रसाद मिला।

अमिताभ बच्चन, कमल हासन और प्रभास पहली बार तीन बड़े सितारे एक साथ काम कर रहे हैं

फिल्म का आकर्षण भगवान कल्कि (Lord Kalki) का अवतार तो प्रमुख हैं। लेकिन 500 करोड़ से अधिक बजट की इस फिल्म में पहली बार तीन बड़े सितारे अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), कमल हासन (Kamal Hassan) और प्रभास (Prabhas) एक साथ काम कर रहे हैं। साथ ही दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) और दिशा पटानी (Disha Patani) भी मुख्य भूमिकाओं में हैं।

इधर कल्कि भगवान (Lord Kalki) की चर्चा पिछले दिनों तब भी बढ़ गयी जब पीएम मोदी (PM Modi) ने गत 19 फरवरी को उत्तर प्रदेश के संभल में ‘कल्कि धाम मंदिर’ (Kalki Dham Mandir) का शिलान्यास किया। इस भव्य मंदिर का निर्माण कल्कि धाम ट्रस्ट के प्रमुख आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) की देख रेख में हो रहा है।

सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कराये कुछ संशोधन

फिल्म ‘कल्कि’ (Kalki 2898 AD) की बात करें तो तीन घंटे की इस लंबी फिल्म को सेंसर ने यूए (UA) प्रमाण पत्र दे दिया है। लेकिन कुछ संशोधन के साथ। जिसमें पहला और प्रमुख यह है की फिल्म के शुरू में आवाज के साथ यह प्रमुखता से उल्लेख करें कि यह एक काल्पनिक फिल्म है। फिल्म का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है। निर्माता ने इस फिल्म को बनाते हुए ‘सिनेमैटिक लिबर्टी’ ली है।

इसके अलावा सेंसर बोर्ड (Censor Board) ने यह भी कहा है कि फिल्म के शुरू में ‘कल्कि-2898 एडी’ (Kalki 2898 AD) के साथ यह भी बताएं कि यह ‘महाभारत’ (Mahabharat) के 6 हज़ार साल बाद की कहानी है। असल में धर्म से जुड़ी फिल्मों के साथ विवाद आम हो गया है। यूं निर्माता भी इसे एक विज्ञान काल्पनिक फिल्म कह कर भी प्रचारित कर रहे हैं।

धर्म से जुड़ी फिल्म देखने वालों दर्शकों को यह फिल्म निराश कर सकती है

फिल्म का निर्माण-लेखन नाग अश्विन ने किया है। फिल्म की शुरुआत काशी से की गयी है, जिसे संघर्ष कर रहे अंतिम बचे शहर के रूप में दिखाया गया है। फिल्म में वीएफएक्स (VFX) का इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया गया है।

हालांकि यह फिल्म दर्शकों को पसंद आती है या नहीं। अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। क्योंकि फिल्म का प्रोमो हिंसा और एक्शन से भरपूर है। जो आम दर्शकों के लिए आकर्षण नहीं बनता। कुछ लोग ऐसी फिल्मों को पसंद भी करते हैं। जबकि धर्म से जुड़ी फिल्म देखने वालों दर्शकों को यह फिल्म निराश कर सकती है। अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) फिल्म में अश्वथामा बने हैं। तो कमल हासन (Kamal Hassan) यास्किन और प्रभास (Prabhas) को भैरव के रूप में देखा जा सकेगा।

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