भारत इस्पात उद्योग के आने वाले 2 दशक में मौलिक भूमिका निभाएगा
केंद्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज नई दिल्ली में विशेष इस्पात के लिए उत्पादन से जुडी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत चयनित कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर उन्होंने ने कहा कि भारत, इस्पात उद्योग के भविष्य के लिए वृद्धि का केंद्र बन गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत इस क्षेत्र के आगामी दो दशक में मौलिक भूमिका निभाएगा। केंद्रीय मंत्री ने आज के दिन को इस्पात उद्योग के इतिहास और इसके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण दिवस बताया।
इस कार्यक्रम में 27 कंपनियों के साथ कुल 57 समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। उत्पादन से जुडी प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य स्वदेशी विनिर्माण को बढावा देना और स्थानीय कंपनियों को विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने या वर्तमान इकाइयों के विस्तार के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आयात के खर्च में कटौती करना है।