सोमनाथ मंदिर की गाथा दिखाएगी अनूप थापा की फिल्म “द बैटल स्टोरी ऑफ सोमनाथ”, मुहम्मद गजनी के हमले का काला इतिहास आयेगा सामने

  • प्रदीप सरदाना 

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक 

सुप्रसिद्ध मंदिर सोमनाथ (Somnath Temple) को लेकर अब एक फिल्म बनने जा रही है।  फिल्म का नाम है द बैटल स्टोरी ऑफ सोमनाथ (The Battle Story of Somnath)। फिल्म जगत के उभरते और प्रतिभाशाली निर्देशक अनूप थापा (Anup Thapa) ने इस फिल्म की कमान संभाली है। जबकि फिल्म के निर्माता मनीष मिश्रा (Manish Mishra) और रणजीत शर्मा (Ranjeet Sharma) हैं। सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) के मौके पर 11जुलाई को इस फिल्म की घोषणा के साथ इसका टीजर भी लॉन्च किया गया।

हम जब भी सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple) की बात करते हैं तो भगवान शिव (Lord Shiva) का श्रद्धा से स्मरण हो आता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों (12 Jyotirling) में एक सोमनाथ सदियों से लाखों करोड़ों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। लेकिन इसी के साथ वह घटना भी मस्तिक पटल पर उतर आती है। जब मुहम्मद गजनी (Muhammad Ghazni) ने हमारे इस पावन तीर्थ पर हमला करके इसे तोड़ दिया था। बरसों बाद देश के तत्कालीन राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद ने इस मंदिर का फिर से निर्माण करवाया। उसके बाद नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने पहले गुजरात के सीएम रहते हुए और फिर प्रधानमंत्री बनने पर सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple) को नई भव्यता दी।

निर्देशक अनूप थापा (Anup Thapa) ने विशेष बातचीत में बताया ,-“2 इडियट्स (2 idiots) के बैनर तले बनने जा रही ”द बैटल स्टोरी आफ़ सोमनाथ” की कहानी भी मैने लिखी है। इसकी शूटिंग जल्द शुरू होगी। फिल्म की कहानी मुहम्मद गज़नी (Muhammad Ghazni) के सोमनाथ हमले के इर्द गिर्द घूमती है लेकिन इसकी कहानी को हमने कुछ इस नए  ढंग से प्रस्तुत किया है, जो अबतक किसी भी ऐतिहासिक फिल्म में नहीं देखा होगा। ये फिल्म हिन्दी और तेलुगू मेन बनेगी। लेकिन इसे कुल 12 भाषाओं में रिलीज किया  जाएगा। इसमें कौन कौन कलाकार होंगे इसकी घोषणा हम कुछ दिन बाद करेंगे। ”

अनूप (Anup Thapa) बताते हैं, हम इस फिल्म में सोमनाथ के उस इतिहास को दिखाएंगे, जिसे गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया। इसलिए असली इतिहास काल के अंधेरे में खो गया। फिल्म यह भी बताएगी कि गजनी जैसे क्रूर आतंकी ने सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple) को तहस नहस करने जा चाहे कितना प्रयास किया। लेकिन आज भी यह मंदिर शान से खड़ा है। लेकिन गजनी की कब्र और किले खंडहर बन गए हैं।

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