Atiq Ahmed Shot Dead: 10 सेकेंड, 22 फायर और 40 सेकेंड में 40 साल के आतंक का अंत

पुनर्वास न्यूज़ डेस्क। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आज के दौर के सबसे बड़े माफिया डॉन अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf) की चंद सेकेंड्स में हुई हत्या से सभी दंग हैं। अतीक अहमद अपनी हत्या की आशंका को बार बार दोहरा रहा था। लेकिन उसके और उसके भाई अशरफ का अंत ऐसा होगा, ऐसा किसी ने नहीं सोचा था।

कल शनिवार रात करीब 10.30 पर पुलिस इन दोनों को मेडिकल चेकअप के लिए लेकर प्रयागराज (Prayagraj) के कोल्वीन अस्पताल पहुंची थी। जैसे ही करीब 10.35 पर 6 पुलिस कर्मियों के घेरे में ये पुलिस की गाड़ी से उतरकर 10 कदम आगे बढ़े कि मीडिया के कुछ लोगों ने उन्हें बाइट के लिए रोक लिया। शुक्रवार 14 अप्रैल को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अतीक के बेटे असद को प्रयागराज में 15 अप्रैल को सुबह ही सपुर्द ए खाक किया गया था। जिसमें अतीक को जाने की अनुमति नहीं मिली थी। इसलिए मीडिया इस पर अतीक और अशरफ की प्रतिक्रिया चाहती थी।

इस पर अतीक ने सिर्फ इतना ही कहा कि ‘नहीं जा पाये तो नहीं जा पाये’। उधर अशरफ तो गुड्डू मुस्लिम … ही कह पाया था कि तभी वहाँ मीडिया के भेष में आए तीन युवकों ने अतीक और अशरफ पर दनादन गोलियां चला कर ढेर कर दिया। यह सब इतनी तेजी से हुआ कि सभी अवाक रह गए। कोई समझ नहीं पाया कि ये क्या हुआ। सिर्फ 10 सेकेंड में तीनों हत्यारों ने 22 गोलियां दाग दीं। देखते देखते उन दो कुख्यात अपराधियों का 40 सेकेंड में अंत हो गया। जिनका आतंक करीब 40 साल से चल रहा था।

पुलिस ने इन तीनों हत्यारे युवकों को तभी दबोच लिया। शुरुआती जांच में पता लगा है कि इन युवकों के नाम सनी, लवलेश तिवारी और अरुणेश मौर्या हैं। जो उत्तर प्रदेश के बांदा, कासगंज और हमीरपुर के रहने वाले हैं। हालांकि अभी इनको लेकर विस्तृत जानकारी आनी अभी बाकी है।

 

Related Articles

Back to top button