दूसरे सीएम राव बीरेंद्र सिंह की स्मृति में डाक टिकट जारी

गुरुग्राम । मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह की स्मृति में सोमवार को डाक टिकट जारी किया गया। यहां एक समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ङ्क्षसह व भारत सरकार के डाक विभाग के सचिव विनीत पांडेय ने यह डाक टिकट जारी किया। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह राव बीरेंद्र सिंह के पुत्र हैं। इस कार्यक्रम में भारत के उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा भेजा गया शुभकामना संदेश भी पढ़कर सुनाया गया।

हरियाणा के सामाजिक न्याय राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव, चीफ पोस्ट मास्टर हरियाणा सर्कल मीरा रंजन शेरिंग, पूर्वमंत्री राम बिलास शर्मा व आरती राव भी मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि आजादी के बाद जिन महान हस्तियों को भुला दिया गया था, उनको आजादी के अमृत काल में एक-एक कर सम्मानित किया जा रहा है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह की जयंती पर उनके सम्मान व स्मृति में जारी की गई डाक टिकट उन्ही प्रयासों का हिस्सा है।

केंद्रीय मंत्री ने स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवन आने वाली पीढिय़ों के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत रहेगा। राव बीरेंद्र सिंह ने अपने सम्पूर्ण जीवन में किसान, गरीब व मजदूरों के हितों के लिए काम किया। वे आजादी के बाद चुने गए पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे।

हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह का सामाजिक जीवन एक खुली किताब है। वे किसान, मजदूर व गरीबों के ऐसे सर्वमान्य नेता थे, जिन्हें लोग मसीहा की उपाधि देते हैं। इस अवसर पर गुरुग्राम जिला परिषद की अध्यक्ष दीपाली चौधरी, रेवाड़ी नगर परिषद की अध्यक्ष पूनम यादव, रेवाड़ी जिला परिषद के अध्यक्ष मनोज यादव समेत कई अतिथि मौजूद रहे।

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया शुभकामना संदेश

पूर्व मुख्यमंत्री स्व. राव बीरेंद्र सिंह की स्मृति में डाक टिकट जारी करने के अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि मुझे यह जानकर हार्दिक प्रसन्नता है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय राव बीरेन्द्र सिंह के सम्मान में स्मारक डाक टिकट जारी किया जा रहा है। उन्होंने संदेश में कहा कि राव आया, भाव आया और राव गया, भाव गया जैसे लोकप्रिय नारे बताते हैं कि इस मिट्टी के किसान उन्हें कितना प्यार करते थे। उप-राष्ट्रपति ने कहा कि मैं जब 1990 में केन्द्र सरकार में मंत्री था, तब स्वयं मुझे उनके साथ काम करने का सुअवसर मिला।

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