पेड़ लगाना मतलब धरती माता का श्रृंगार करना: मुख्यमंत्री शिवराज

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक संकल्प के दो वर्ष पूर्ण हुए हैं। 19 फरवरी 2021 को मैंने अमरकंटक में इस अभियान का पहला पौधा लगाया था। पेड़ लगाना अब जनआंदोलन बन गया है। पेड़ लगाने से बढ़िया भी कोई जन्मदिन हो सकता है क्या? पेड़ लगाना मतलब धरती माता का श्रृंगार करना, पक्षियों को बैठने का स्थान देना, हमारे जीवन के लिए ऑक्सीजन का इंतजाम करना है। जैसे हम भोजन करके अपने शरीर की आवश्यकता की पूर्ति करते हैं, वैसे हम पेड़ लगाकर ऑक्सीजन की आवश्यकता की भी पूर्ति करें। मैं भगवान को इस बात के लिए प्रणाम करता हूं, कि दो साल में एक भी दिन ऐसा नहीं रहा, जब मैंने पेड़ नहीं लगाया हो। मुझे बताते हुए खुशी है कि अंकुर अभियान के तहत 15,89,340 लोगों ने 37,10,192 पेड़ लगाए। मुझे खुशी है कि मध्यप्रदेश की धरती पर यह अभियान विराट जनआंदोलन बनता जा रहा है।

मुख्यमंत्री चौहान रविवार को प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प के दो वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर मंत्रीगण़ व सामाजिक संगठनों के साथ भोपाल में पौधे लगाये। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य साथी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प के साथ मध्यप्रदेश ही नहीं, देश भर के नागरिकों का मुझे सहयोग मिला। अंकुर अभियान में भी मध्यप्रदेश ने चमत्कार दिखाया। इस अभियान में अब तक 67 लाख से ज्यादा पौधे रोपित किए जा चुके हैं। प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प को दो वर्ष पूर्ण हुए हैं। 19 फरवरी 2021 को अमरकंटक में मैंने इस अभियान को शुरू किया था। जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगाँठ, पुण्यतिथि सहित विशेष अवसरों पर विभिन्न लोगों द्वारा प्रदेशभर में 67 लाख पौधे लगाए गए हैं। जन्मदिवस, घर के मंगल प्रसंग, या अपने परिवार के सदस्यों की स्मृति में पौधरोपण करने वाले नागरिकों का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने पर्यावरण संरक्षण से संकल्प को जुड़कर सहयोग किया।

उन्होंने कहा कि पावन कार्य के लिए संकल्प मजबूत हो तो कोई भी बाधाएं है सामने नहीं टिक सकतीं कोविड-19 के संकट काल में भी पौधरोपण का क्रम निर्बाध जारी रहा। एक पेड़ सिर्फ हमें ऑक्सीजन, फल-फूल, छांव इत्यादि ही नहीं देता, बल्कि न जाने कितने पक्षियों, जीवों, कीट-पतंगों को आश्रय भी देता है। ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज से धरती को बचाना है तो हमें पौधरोपण करना पड़ेगा। मेरे मन में विचार आया कि पौधरोपण के लिए जनता को प्रेरित भाषण से नहीं आचरण से करना है, इसलिए मैंने प्रतिदिन पेड़ लगाने का संकल्प लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पर्यावरण संरक्षण का जो संकल्प लिया है, उसमें पौधरोपण के माध्यम से मध्यप्रदेश की बड़ी भूमिका होगी। मैंने मध्यप्रदेश के अलावा 12 राज्यों में पौधरोपण किया है। मध्यप्रदेश पधारने वाले अतिथियों द्वारा भी पौधरोपण होना पर्यावरण समस्या के संकल्प को मजबूत करता है। महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित केंद्रीय मंत्रियों और विदेश से आए अतिथियों ने भी यहां पौधरोपण किया है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यावरण संरक्षण के लिए अनेक संकल्पित प्रयास कर रहा है। हम तो ओंकारेश्वर में पानी पर भी सोलर पैनल बिछा रहे हैं। तीन मई को सांची देश की पहली सोलर सिटी होगा, इसके लिए कार्य लगातार चल रहा है। आज यहां रामवन में हमारे मंत्रिमंडल के साथियों सहित सभी मिलकर 740 पौधे रोपित करेंगे। रामवन मानव निर्मित सबसे बड़ा जंगल होगा, यहां एक लाख 40 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। हमे पेड़ लगाना ही नहीं, बचाना भी है। मध्यप्रदेश में पौधरोपण का एक वृहद अभियान बन गया है। विकास यात्राएँ भी पौधरोपण के साथ प्रारंभ हो रही हैं।

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