ASEAN Summit 2024: ‘कोरोना महामारी हो या फिर प्राकृतिक आपदा, मानवीय दायित्व उठाते हुए हमने एक-दूसरे को सहायता दी है’, 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

Your Excellency, Prime Minister सोनसाय सिपानदोन,

Your Majesty,

Excellencies,

नमस्कार।

आज, आसियान परिवार के साथ, इस बैठक में ग्यारहवीं बार भाग लेते हुए मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ ।

दस वर्ष पहले, मैंने भारत की ‘Act East’ पॉलिसी की घोषणा की थी। पिछले एक दशक में, इस नीति ने भारत और आसियान देशों के ऐतिहासिक संबंधों को नई ऊर्जा, दिशा और गति दी है।

आसियान centrality को प्रमुखता देते हुए, 2019 में हमने Indo-Pacific Oceans Initiative लॉन्च किया tha। यह “आसियान Outlook on Indo-Pacific” को complement करता है।

पिछले वर्ष, क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए, Maritime Exercises की शुरुआत की गई है। पिछले 10 वर्षों में आसियान क्षेत्र के साथ हमारा व्यापार लगभग दो-गुणा हो कर 130 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है।

 

आज 7 आसियान देशों के साथ भारत से direct flight connectivity है, और, शीघ्र ही ब्रुनेई के साथ भी सीधी उड़ानें शुरू होंगी। तिमोर लेस्ते में हमने नया दूतावास खोला है।

आसियान क्षेत्र में, सिंगापुर पहला देश था जिसके साथ हमने FinTech connectivity स्थापित की। और, अब यह सफलता अन्य देशों में भी दोहराई जा रही है।

People-centric approach हमारी development पार्टनरशिप का आधार है। 300 से अधिक आसियान छात्रों को नालंदा यूनिवर्सिटी में स्कॉलरशिप का लाभ मिला है। Network of Universities लॉन्च किया गया है।

लाओ, कंबोडिया, वियतनाम, म्यांमार, इंडोनेशिया में साझी विरासत और धरोहर के संरक्षण के लिए काम किया गया है। Covid महामारी हो या फिर प्राकृतिक आपदा, मानवीय दायित्व उठाते हुए हमने एक-दूसरे को सहायता दी है।

विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए Science and Technology fund, Digital fund और Green fund स्थापित किये गए हैं। भारत ने इनमें 30 मिलियन डॉलर से अधिक का योगदान किया है। परिणामस्वरूप, आज हमारा सहयोग Underwater से लेकर स्पेस तक फैला है। यानि, पिछले दशक में हमारी भागीदारी हर प्रकार से व्यापक हुई है।
और, यह प्रसन्नता का विषय है कि 2022 में हमने इसे ‘Comprehensive Strategic Partnership’ का दर्जा दिया था।

साथियों,

हम एक-दूसरे के पड़ोसी हैं, ग्लोबल साउथ के साथी-सदस्य हैं, और विश्व में तेज गति से Grow करने वाला क्षेत्र हैं। हम शांति-प्रिय देश हैं, एक-दूसरे की राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करते हैं, और अपने युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के प्रति हम कमिटेड हैं।

मेरा मानना है कि इक्कीसवीं सदी “एशियन Century” भारत और आसियान देशों की century है। आज जब विश्व के कई हिस्सों में संघर्ष और तनाव की स्थिति है, तब भारत और आसियान की मित्रता, समन्वय, संवाद और सहयोग बहुत ही महत्वपूर्ण है।

आसियान की सफल अध्यक्षता के लिए, मैं लाओ P.D.R. के प्रधानमंत्री सोनसाय सिपानदोन को हार्दिक बधाई देता हूँ। मुझे विश्वास है कि आज की हमारी बैठक, भारत और आसियान साझेदारी में नए आयाम जोड़ेगी।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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