PM Modi US Visit: पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की हुई आखिरी द्विपक्षीय बैठक, बातचीत का केंद्र चीन और रूस-यूक्रेन युद्ध रहा

PM Modi USA Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय अमेरिका दौरे पर शनिवार सुबह (स्थानीय समयानुसार) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मिले। यह महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक राष्ट्रपति बाइडेन के निजी आवास पर हुई, जिसमें मुख्य रूप से इंडो-पैसिफिक, चीन और रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा हुई।

चर्चा में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की ओर से विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी शामिल थे, जबकि भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और विदेश सचिव विक्रम मिस्री शामिल हुए।

बातचीत का केंद्र चीन की भूमिका और रूस-यूक्रेन युद्ध रहा

यह वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब इंडो-पैसिफिक क्षेत्र और यूक्रेन युद्ध पर वैश्विक कूटनीति का ध्यान केंद्रित है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के मुताबिक बातचीत का मुख्य फोकस चीन की भूमिका और रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत के रुख पर रहा।

रूस का यूक्रेन पर आक्रमण अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है-सुलिवन

सुलिवन ने रूस के आक्रमण को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और कहा कि भारत जैसे देशों को संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करना चाहिए और रूस को युद्ध में मदद नहीं करनी चाहिए। सुलिवन ने कहा, “अमेरिका का स्पष्ट मत है कि रूस का यूक्रेन पर आक्रमण अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। भारत जैसे देशों को इस पर कदम उठाना चाहिए और संप्रभुता का समर्थन करना चाहिए।”

रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा, इंडो-पैसिफिक में चीन की बढ़ती गतिविधियों पर भी चर्चा हुई। सुलिवन ने बताया कि दोनों नेता न केवल सुरक्षा बल्कि आर्थिक और तकनीकी क्षेत्रों में भी चीन की भूमिका पर बात करेंगे। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि क्वाड का उद्देश्य किसी एक देश, खासकर चीन पर केंद्रित नहीं है, बल्कि एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक की दिशा में काम करना है। उन्होंने कहा, “क्वाड का मकसद किसी एक देश पर केंद्रित होना नहीं है, बल्कि इंडो-पैसिफिक को स्वतंत्र और खुला बनाने का एक बड़ा विजन है।”

राष्ट्रपति बाइडेन के साथ पीएम मोदी की आखिरी द्विपक्षीय बैठक

यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि संभवतः राष्ट्रपति बाइडेन के कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी आखिरी द्विपक्षीय बैठक हो सकती है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर, 2024 को होने हैं, और बाइडेन ने जुलाई में चुनावी दौड़ से बाहर होने का फैसला किया था। अब उपराष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हैं और उनका मुकाबला रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से होगा।

द्विपक्षीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ छठे क्वाड समिट में हिस्सा लेंगे, जो विलमिंगटन, डेलावेयर में होगी।

क्या होता है क्वाड सम्मेलन में

क्वाड भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच एक महत्वपूर्ण सामरिक गठबंधन है, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए काम करता है। इस समिट में क्वाड के पिछले वर्ष के दौरान हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी और अगले वर्ष के लिए एजेंडा तय किया जाएगा, ताकि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देशों को उनके विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिल सके।

क्वाड लीडर्स समिट का महत्व 2021 में पहली वर्चुअल बैठक से बढ़ता गया है। दूसरी समिट, जो पहली इन-पर्सन बैठक थी, 24 सितंबर, 2021 को वाशिंगटन डी.सी. में हुई थी। तीसरी समिट 3 मार्च, 2022 को वर्चुअल रूप में हुई थी। चौथी समिट 24 मई, 2022 को जापान में और पांचवीं समिट 20 मई, 2023 को हिरोशिमा, जापान में हुई थी। क्वाड अब वैश्विक चुनौतियों से निपटने और तकनीक, बुनियादी ढांचे और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण मंच बन चुका है।

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

यह भी पढ़ें- PM Modi US Visit: पीएम मोदी के अमेरिका पहुँचते ही मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा हवाई अड्डा, जानिए 3 दिनों में क्या क्या करेंगे प्रधानमंत्री

Related Articles

Back to top button